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Sukhi Jeevan Ke Password - Dukh, Ashanti Aor Pareshani Ka Tala Kholen (Hindi)
Product Code:
9788193607398
ISBN13:
9788193607398
Condition:
New
$19.29

Sukhi Jeevan Ke Password - Dukh, Ashanti Aor Pareshani Ka Tala Kholen (Hindi)
$19.29
सच्चे सूत्र सुखी जीवन के
इंसान अपनी गलत आदतों, नकारात्मक विचारों में उलझकर अपने ही जीवन को जटिल बना देता है। फिर बंधनों से मुक्त होना, आज़ादी प्राप्त करना तो दूर वह खुद के बनाए गए दु खरूपी नर्क में जीवन बिताने पर मज़बूर हो जाता है। शांति और संतुष्टि उसके जीवन से कोसों दूर रह जाते हैं। इसके विपरित जब इंसान सुखी जीवन के सच्चे सूत्र समझ लेता है तो वह एक खुशहाल, सुखी जीवन का ताला खोल देता है। इस पुस्तक में सुखी जीवन के आठ पासवर्ड दिए गए हैं। इन पासवर्डस् की सहायता से आप अपने दु ख, अशांति और परेशानी का लॉकर खोल पाएँगे। हो सकता है कि ये आठ पासवर्ड आपको बहुत साधारण लगें मगर जब आप रोज़मर्रा के जीवन में इनका इस्तेमाल करेंगे तो आपका जीवन शांति और संतुष्टि से खिल उठेगा। आइए पुस्तक के कुछ महत्वपूर्ण नुक्तों पर नज़र डालें-
* सफल सुखी जीवन के पासवर्ड कैसे प्राप्त करें
* भावनाओं की गुफा से कैसे गुज़रें
* कम-कम कहना कैसे बंद करें
* वहम रूपी तिलिस्म को कैसे तोड़ें
* दुःख को खुशी की नज़र से कैसे देखें
* पड़ोसी का सुख आपका दुःख कैसे न बने
* दुःख का दुःख करना कैसे बंद करें
* साझेदार से अपने सबक कैसे सीखें
इंसान अपनी गलत आदतों, नकारात्मक विचारों में उलझकर अपने ही जीवन को जटिल बना देता है। फिर बंधनों से मुक्त होना, आज़ादी प्राप्त करना तो दूर वह खुद के बनाए गए दु खरूपी नर्क में जीवन बिताने पर मज़बूर हो जाता है। शांति और संतुष्टि उसके जीवन से कोसों दूर रह जाते हैं। इसके विपरित जब इंसान सुखी जीवन के सच्चे सूत्र समझ लेता है तो वह एक खुशहाल, सुखी जीवन का ताला खोल देता है। इस पुस्तक में सुखी जीवन के आठ पासवर्ड दिए गए हैं। इन पासवर्डस् की सहायता से आप अपने दु ख, अशांति और परेशानी का लॉकर खोल पाएँगे। हो सकता है कि ये आठ पासवर्ड आपको बहुत साधारण लगें मगर जब आप रोज़मर्रा के जीवन में इनका इस्तेमाल करेंगे तो आपका जीवन शांति और संतुष्टि से खिल उठेगा। आइए पुस्तक के कुछ महत्वपूर्ण नुक्तों पर नज़र डालें-
* सफल सुखी जीवन के पासवर्ड कैसे प्राप्त करें
* भावनाओं की गुफा से कैसे गुज़रें
* कम-कम कहना कैसे बंद करें
* वहम रूपी तिलिस्म को कैसे तोड़ें
* दुःख को खुशी की नज़र से कैसे देखें
* पड़ोसी का सुख आपका दुःख कैसे न बने
* दुःख का दुःख करना कैसे बंद करें
* साझेदार से अपने सबक कैसे सीखें
Author: Sirshree |
Publisher: Wow Publishings |
Publication Date: Jan 01, 2018 |
Number of Pages: 170 pages |
Binding: Paperback or Softback |
ISBN-10: 8193607392 |
ISBN-13: 9788193607398 |